2023.07.15 05:12
春暸 盛唐詩人 孟浩然 봄 날이 밝아오니 성당시인 맹호연 |
|
春暸 盛唐詩人 孟浩然 춘요 성당시인 맹호영 春眠不覺曉, 춘면불각요하니, 處處聞啼鳥。 처처문제조를. 夜來風雨聲, 야래풍우성하니, 花落知多少。 화락지다소오? |
봄날 밝아오니 성당시인 맹호연 봄 잠에 날 밝음을 깨닫지 못하니, 곳곳에서 새 울음 소리 듣도다. 지난 밤 비바람 소리가 나더니, 꽃 떨어짐 많은지 적은지 그대는 아는가? |
In Spring one sleeps, unaware of dawn; everywhere one hears chirping birds. In the night came the sound of wind and rain; who knows how many flowers fell? 春暸 image 春暸 Youtube 賞析 名家點評 A91A41FC-8BF5-4019-84E2-198F7D83DF5C (1).MOV Kwan Ho Chung - July 15, 2023 |
No. | Subject | Date | Author | Last Update | Views |
---|---|---|---|---|---|
Notice | How to write your comments onto a webpage [2] | 2016.07.06 | 운영자 | 2016.11.20 | 18187 |
Notice | How to Upload Pictures in webpages | 2016.07.06 | 운영자 | 2018.10.19 | 32337 |
Notice | How to use Rich Text Editor [3] | 2016.06.28 | 운영자 | 2018.10.19 | 5912 |
Notice | How to Write a Webpage | 2016.06.28 | 운영자 | 2020.12.23 | 43830 |
399 | 經漂母墓(경표모묘): 빨래하던 여인 무덤을 지나며 [1] | 2023.07.01 | 정관호*63 | 2023.09.14 | 103 |
398 | The Story of Mignon 1 [8] | 2020.01.30 | 정관호*63 | 2023.09.13 | 15104 |
397 | The Story of Mignon 5 Book 8 Chapter 5 to 8 [3] | 2020.02.26 | 정관호*63 | 2023.09.11 | 77 |
396 | The Story of Mignon 6: The Final Part of Lehrjahre [3] | 2020.03.03 | 정관호*63 | 2023.09.01 | 483 |
395 | The Story of Mignon 3 : Meisters Lehrjahre Book 2 & 3 [2] | 2020.02.13 | 정관호*63 | 2023.08.28 | 313 |
394 | 過零丁洋: 영정양을 건너다 [1] | 2023.08.17 | 정관호*63 | 2023.08.20 | 98 |
393 | 長樂少年行: 장락소년행 [1] | 2023.08.10 | 정관호*63 | 2023.08.12 | 67 |
» | 春暸(춘요): 봄날이 밝아오다 [1] | 2023.07.15 | 정관호*63 | 2023.08.07 | 76 |
391 | Annabel Lee [1] | 2022.04.05 | 정관호*63 | 2023.08.07 | 128 |
390 | 曲池荷(곡지하): 곡지의 연꽃 [1] | 2023.08.01 | 정관호*63 | 2023.08.02 | 197 |
389 | 宋詞(송사) 漁家傲 秋思(어가오 추사): 가을 생각 [10] | 2017.06.21 | 정관호*63 | 2023.08.02 | 385 |
388 | 歸家(귀가): 집에 돌아오다. | 2021.09.15 | 정관호*63 | 2023.07.30 | 184 |
387 | 古離別: 옛 이별 [3] | 2019.10.08 | 정관호*63 | 2023.07.30 | 131 |
386 | [唐詩] 寄遠曲(기원곡): 멀리 보내는 노래 [7] | 2018.04.01 | 정관호*63 | 2023.07.28 | 185 |
385 | 望江南 天上月(망강남 천상월): 강남의 노래 하늘위의 달 [2] | 2017.08.25 | 정관호*63 | 2023.07.28 | 197 |
384 | 歸終南山(귀종남산): 종남산으로 돌아오다 [1] | 2023.07.08 | 정관호*63 | 2023.07.08 | 71 |
383 | 寒食(한식) [1] | 2023.04.06 | 정관호*63 | 2023.04.07 | 73 |
382 | The Lamp of the East, Rabindramath Tagore [4] | 2023.03.21 | 정관호*63 | 2023.03.22 | 208 |
381 | 친우 맹호연을 광릉으로 보내다 [1] | 2023.03.01 | 정관호*63 | 2023.03.13 | 65 |
380 | 秋夜長[추야장]: 길고 긴 가을 밤 [1] | 2022.12.01 | 정관호*63 | 2023.02.20 | 104 |
성당시 종남산에 은거하였던 시인 맹호연의 봄날을 노래한 시 한편이다.
벼슬길이 막혀 평생 종남산에서 은거하였고, 좋은 시를 많이 내었다.
시우로는 이백과 왕유가 있다.